SCO समिट में वेंकैया नायडू का बयान- हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है आतंकवाद
- Kumar Nandan Pathak
- 30 नव॰ 2020
- 1 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 1 दिस॰ 2020
भारत ने आज कहा कि क्षेत्र के सामने सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद है और इस खतरे के खात्मे से क्षेत्र को अपनी वास्तविक क्षमताओं को मूर्त रूप देने में मदद मिलेगी। शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की परिषद की ऑनलाइन बैठक को संबोधित को करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने विशेष रूप से सीमा पार आतंकवाद के बारे में उल्लेख किया और मिलकर इस खतरे का मुकाबला करने का आह्वान किया।
पाकिस्तान के एक स्पष्ट संदर्भ में नायडू ने कहा- हम विशेष रूप से उन देशों के बारे में चिंतित हैं जो एक 'राज्य नीति' के साधन के रूप में आतंकवाद का फायदा उठाते हैं। उन्होंने कहा- क्षेत्र में हमारे सामने सबसे महत्वपूर्ण चुनौती आतंकवाद, विशेष रूप से सीमा पार आतंकवाद है। नायडू ने कहा कि आतंकवाद के खतरे का खात्मा करने से अपनी वास्तविक क्षमताओं को साकार करने में क्षेत्र को मदद मिलेगी।
भारत 2017 में इस प्रभावशाली समूह का पूर्ण सदस्य बना था और उसके बाद पहली बार बैठक की मेजबानी कर रहा है। पाकिस्तान के एक अन्य संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एससीओ में जानबूझकर द्विपक्षीय मुद्दों को लाने के प्रयास किये गए और उन्होंने इसे सिद्धांतों और मानदंडों का उल्लंघन बताया।
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