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नई रोशनी के अंतर्गत आयोजित दूसरे बैच के छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन



लखनऊ।अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यकर्म नई रोशनी के द्वितीय बैच का समापन रविवार को किला तालाब काकोरी में किया गया।जिसमें महिलाओं को 6 दिन कॅरोना से से कैसा बचा जाए इसके बारे में बताया गया।कि जब दवाई नही जब तक ढिलाई नही दो गज की दूरी मास्क है।जरूरी जब सार्वजनिक क्षेत्र में जाये तो रूपता य मास्क से अपना मुंह ढके रहे जिससे इस महामारी जैसे बीमारी को कुछ हद तक रोक जा सकता है और ट्रेनर दरख्सा खान द्वारा महिलाओं को साफ सफाई के बारे बताया गया।कि अपना घर और बाहर कैसे सफाई रखे अगर आपने अपना घर साफ रखा और बाहर कूड़ा भेक दिया तो तो वही कूड़ा फिर से घर मे आएगा।इसे नुकसान ये हुआ कि नही तो घर साफ रहेगा न ही बाहर और आपकी मेहनत बेकार जाएगी मास्टर ट्रेनर नाज़िया ने लोगो को शिक्षा के बारे में बताया कि शिक्षा कितनी जरूर है।हमारे जीवन के लिए जैस कहते है कि पढ़ी लिखी लड़की रोशनी है।घर की घर आप पड़े लिखे नही है तो आप समझ लीजिये की आप आने वाले समय मे अंधे है।पढ़ाई को महत्व दीजिये और भविष्य में आगे बढ़िए संस्था रीजनल अर्टिजन एन्ड फीमेल एस्टेब्लिशमेंट सेंटर लखनऊ के प्रोग्राम कोआडिनेटर नूर आलम ने भी महिलाओं को जागरूक किया।तालीम के लिए इस मौके पर नूर आलम,संस्था के कर्मचारी पंकज वर्मा,दरख्सा बनो,नाज़िया खान परीक्षण ले रही 25 महिलाये और संस्था सचिव शाहिद मौजूद रही।

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