प्रदेश में तेजी से पनप रहे अवैध असलहा संचालक एवं भू माफिया
- Kumar Nandan Pathak
- 7 जन॰ 2021
- 2 मिनट पठन
*भू माफियाओं का बोलबाला विकास प्राधिकरण लखनऊ एवं एलडीए के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहा अवैध कब्जा*
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साफ तौर पर कहना था कि अवैध प्रकार से जमीनों पर कब्जा करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी एवं भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए एंटी भू माफिया ऐप का भी निर्माण करवाया था। परंतु उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में भू माफियाओं का बोलबाला देखने को मिल रहा है जहां पर कुछ सफेद पोशाक लोगों की शरण में रहकर या सूत्रों की मानें तो उनसे गठबंधन कर सरकारी खाली पड़ी भूमि, काफी समय से खाली पड़े प्लाट एवं गरीब तबके के लोगों की जमीनों पर अवैध कागजात दिखाकर उन्हें डरा धमका कर उनकी जमीनों पर अवैध कब्जे का कार्य धड़ल्ले से चलता नजर आ रहा है। अगर विशेष सूत्रों की मानें तो भू माफियाओं की पकड़ ना सिर्फ सफेद पोशाक लोगों तक ही सीमित है उनकी पकड़ पुलिस प्रशासन एवं अन्य प्रशासन के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों से भी है जिससे अवैध प्रकार से गोपनीय स्तर पर चल रहा यह काला कारोबार बहुत तेजी से पनपता नजर आ रहा है। पूर्व में जमीनी विवाद को लेकर भू माफियाओं द्वारा लखनऊ के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों जैसे मड़ियांव, गुडंबा,जानकीपुरम, सरोजनी नगर ,माल ,मलिहाबाद, त्रिवेणी नगर ,गोसाईगंज ,मानक नगर इत्यादि क्षेत्रों में जमीनी विवाद को लेकर अवैध फायरिंग हो चुकी है। जिनमें से कुछ खबरों को समाचार चैनलों एवं समाचार पत्रों के द्वारा प्राथमिकता देने पर कार्रवाई तो हुई और अपराधी सलाखों के पीछे नजर भी आए। परंतु ऊंचे रुतबे और पहुंच के चलते कुछ समय उपरांत पूर्व की ही भांति अवैध कब्जे के कार्य को तेजी से संचालित करते नजर आते हैं। लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर लगातार अपने मातहतों को कड़े निर्देश देते नजर आते हैं एवं इसकी जांच करने के लिए दिन रात थाने और चौकियों पर पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते नजर आते हैं। परंतु भू माफियाओं को लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस का भी कोई खौफ नजर नहीं आ रहा हैं।
*आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों के पास कहां से पहुंच रहे अवैध हथियार...*
ऐसे में एक बड़ा सवाल यह भी निकल कर आ रहा हैं कि ऐसे भू माफियाओं एवं अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के पास कहां से पहुंचते हैं अवैध हथियार बीते माह में राजधानी में 24 घंटे के अंदर 5 इलाको में गोलियों की तड़तड़ाहट से राजधानी दैहल उठी थी ।एवं कई और वारदातें हुई मड़ियांव थाने अन्तर्गत जमीनी विवाद में रात करीब 12बजे हुई कई राउंड अवैध हवाई फायरिंग,एक दिन पश्चात विभूती खंड थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर हुई ताबड़तोड़ 25 से 30 राउंड फायरिंग में युवक की जान चली गई।परंतु अभी तक नहीं हो पाया नवयुवकों को अवैध असलहों के सप्लाई करने वाले गैंगों का भांडा फोड़।








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