भाजपा कृषि कानून पर देश प्रदेश के किसानों को कर रही है गुमराह
- Kumar Nandan Pathak
- 18 दिस॰ 2020
- 2 मिनट पठन

लखनऊ तीनों कृषि कानून बिल किसान विरोधी है इससे खेती और कृषि व्यापार पर देशी-विदेशी कारपोरेट का कब्जा हो जाएगा एमएसपी मंडियों सरकारी खरीद सस्ता राशन वितरण का खात्मा जमाखोरी मुनाफाखोरी का बोलबाला हो जाएगा ठेका खेती के नाम पर भूमि अडानी अंबानी जैसे कारपोरेट के हवाले हो जाएगी इस बारे में केंद्र सरकार की सफाई झूठी साबित हो रही है यह फसलों के डेढ़ गुना दाम पूर्ण कर्जा मुक्ति आमदनी दोगुनी 15 लाख सालाना दो करोड़ लोगों को रोजगार जैसे ही जुमलेबाजी है इसी तरह मौजूदा सीजन में धान मक्का बाजरा आदि की लूट इसका प्रमाण है किसान इस असलियत को समझ गए हैं किसानों में भारी रोष है यह आंदोलन टूटने वाला नहीं है केंद्र सरकार को झुकना ही पड़ेगा पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद अकील खान ने कहा कि केंद्र सरकार एवं प्रदेशों की सरकारों को चाहिए कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार कानून बनाएं संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि यह आंदोलन देश का है किसानों में उबाल है पुलिस दमन आंसू गैस जल तोपों की गिरफ्तारी को झेलते हुए किसान बहादुरी से दिल्ली को चारों तरफ से घेर लिया है किसान सभी बॉर्डरो पर पहुंचे हैं बाईस तेईस दिनों से किसान डटे हुए हैं पच्चीस से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं किसानों का संकल्प है कि इस काले कानून के वापसी के बगैर नहीं लौटेंगे सरकार चाहे जो भी कर ले अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी सकारात्मक टिप्पणी किया है पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने कहा कि केंद्र सरकार में अफरा-तफरी मची है देश के किसान पूरी तरह से एकजुट है तीनों काले कृषि कानून बिल पूरी तरह से रद्द नहीं किया जाता तब तक देश एवं प्रदेशों के किसान आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।








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