भाषा विश्वविद्यालय में सूचना का अधिकार अधिनियम पर कार्यशाला का आयोजन
- Kumar Nandan Pathak
- 25 फ़र॰
- 1 मिनट पठन

लखनऊ स्थित ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में सूचना का अधिकार अधिनियम पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला विश्वविद्यालय के अटल हॉल में संपन्न हुई, जिसका नेतृत्व माननीय कुलपति प्रो. जे. पी. पांडेय ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव एवं प्रथम अपीलीय अधिकारी डॉ. महेश कुमार ने की।

कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुआ। इसके उपरांत विधि संकाय की सहायक प्रोफेसर डॉ. दीक्षा मिश्रा ने स्वागत उद्बोधन दिया। मुख्य अतिथि राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सूचना का अधिकार प्रत्येक नागरिक का मूल अधिकार है। उन्होंने लोकतंत्र में सूचना प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया और अपील व शिकायत प्रक्रिया को आवश्यक बताया।

कार्यशाला के दूसरे सत्र में डॉ. राहुल सिंह, टीम हेड, आरटीआई ऑनलाइन एंड स्टेट रिसोर्स पर्सन ने विद्यार्थियों को आरटीआई के उपयोग और जागरूकता पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूचना पारदर्शिता और सुशासन की कुंजी है तथा इसमें रिकॉर्ड, नक्शे, मॉडल आदि शामिल हो सकते हैं।
कुलसचिव डॉ. महेश कुमार ने कार्यशाला के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इससे लाभान्वित होने की सलाह दी और सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। कार्यशाला का औपचारिक समापन विधि संकाय के अध्यक्ष प्रो. मसूद आलम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी साजिद आज़मी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. भावना मिश्रा, प्रो. सौबान सईद, प्रो. चंदना डे, प्रो. एहतेशाम, प्रो. हैदर अली सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन डॉ. रुचिता सुजॉय चौधरी ने किया।








टिप्पणियां